1. ग्रामीण क्षेत्रों तक हिन्दी भाषा एवं देवनागरी लिपि का प्रचार-प्रसार करना ।
2. हिन्दी भाषा को समृद्ध करते हुए अन्य प्रांतीय भाषाओं के साहित्य का समन्वय बनाए रखना ।
3. हिन्दी भाषा के माध्यम से शिक्षा, कला संस्कृति, विज्ञान की शिक्षा देना एवं उनके विकास में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना ।
4. प्रति वर्ष विविध शाखा कार्यालय अंतर्गत “हिन्दी दिन” सप्ताह का आयोजन करना ।
5. हिन्दी भाषा के माध्यम से छात्रों को अपने आगे की पढ़ाई या नौकरी, व्यवसाय के लिए विद्यापीठ परीक्षाओं द्वारा सहायता करना ।
1. हिंदी प्राचर, मान्यस्तर एवम उपाधि परीक्षाओं का अखिल भारतीय स्तर पर संचालन करना ।
2. ‘भारती’ मासिक पत्रिका का प्रकाशन ।
3. विद्यापीठ द्वारा प्रकाशित एवं अन्य परीक्षोपयोगी प्रकाशनों की बिक्री ।
4. शाखा कार्यालयों द्वारा अनेक हिन्दी स्पर्धाओं का संचालन ।
5. अखिल भारतीय हिन्दी कार्यकर्ता शिबिर का आयोजन ।
6. स्व. बाळकृष्ण धा. बागवे वक्तृत्व तथा स्व. गिरीश माथुर निबंध प्रतियोगिता का राज्य स्तरीय आयोजन ।
7. “स्व. रामविलास आनंदिलाल पोद्दार हिन्दी सेवी पुरस्कार” से हिन्दी सेवा का प्रतिवर्ष सम्मान करना ।
8. प्रति तीन वर्ष बाद उपाधि परीक्षा केंद्रों के लिए नूतनीकरण शिबिर का आयोजन करना ।
9. भारत सरकार से आर्थिक सहयोग (अनुदान) प्राप्त होने पर हिन्दी शिक्षकों की नियुक्ति करना ।
10. हिन्दी पुस्तकालय एवं सन्दर्भ ग्रन्थ संग्रहालय का संचालन ।
11. एस.एस.सी. (दसवी) परीक्षार्थियों की हिन्दी व्याख्यानमाला का शाखा कार्यालय एवं केंद्रों पर आयोजन ।
12. हिन्दी संगणक प्रशिक्षण का आयोजन ।
13. शिक्षा आचार्य (बी. एड. स्तर पाठ्यक्रम) परीक्षा का आयोजन ।
14. विद्यापीठ के केंद्र संचालकों के लिए कार्यशाला का आयोजन ।
15. राज्यस्तरीय हिन्दी शिक्षक सम्मेलन का आयोजन ।